भारतीय संघवाद का बदलता स्वरूप

Authors

  • डॉ सतीश कुमार

DOI:

https://doi.org/10.8224/journaloi.v73i2.157

Abstract

संघवाद से अभिप्राय है कि जहाँ केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के बीच संविधान के द्वारा शक्तियों का बंटवारा हो। केंद्र सरकार व राज्य सरकार अपने- अपने क्षेत्राधिकार में रहकर स्वतंत्रता से कार्य करती है। आधुनिक युग में संघात्मक सरकार की शुरुआत संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई,जहाँ संविधान के द्वारा 16 विषय केंद्र सरकार को सौंप दिए गए वह अन्य विषय राज्य सरकारों को दिए गए हैं। लेकिन समयानुसार केन्द्रीय सरकार की शक्तियो में बढ़ोतरी हुई है। जहाँ तक हम भारत में देखते हैं की भारत में भी मूल संविधान के द्वारा केंद्र सरकार और राज्य सरकारों में शक्तियों का बंटवारा किया गया है जिसमे केंद्र सरकार को 97 विशेष दिए गए हैं और राज्य सरकारों को 66 विषय दिए गए हैं समवर्ती सूची में 47 विषय डाले गए। अवशेष शक्तियां केंद्र सरकार को दी गई है। लेकिन जब व्यवहार भारतीय संघवाद का अध्ययन करते हैं तो देखते हैं की अलग- अलग काल में इसका अलग-अलग स्वरूप बदलता रहा है।

Published

2000

How to Cite

डॉ सतीश कुमार. (2024). भारतीय संघवाद का बदलता स्वरूप. Journal of the Oriental Institute, ISSN:0030-5324 UGC CARE Group 1, 73(2), 494–499. https://doi.org/10.8224/journaloi.v73i2.157

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