गांधीवादी जन आंदोलनो के विविध आयाम : रणनीति, सफलता और सीमाएँ

Authors

  • डॉ. संतोष कुमार सैनी

Abstract

महात्मा गांधी  ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहिंसा और सत्याग्रह की  नीतियों का प्रयोग किया, जो न केवल उपनिवेशी शासन के खिलाफ प्रभावी थीं, बल्कि एक नैतिक और सामाजिक आंदोलन का रूप भी ग्रहण कर गईं। गांधीजी के प्रमुख आंदोलन, जैसे सत्याग्रह,  असहयोगआंदोलन और नमक सत्याग्रह, ने लाखों भारतीयों को जागरूक किया और ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ संघर्ष में प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। । गांधीजी की रणनीति ने भारतीय जनता को एकजुट किया, लेकिन इसके बावजूद, इन आंदोलनों की सीमाएँ भी थीं। अहिंसा के सिद्धांत को कई बार आलोचना का सामना करना पड़ा, खासकर जातिवाद और सामाजिक असमानता जैसे मुद्दों पर। इसके अलावा, गांधीजी के तरीके सभी परिस्थितियों में हमेशा प्रभावी नहीं रहे। बावजूद इसके, गांधीवादी विचारधारा ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को दिशा दी और वैश्विक आंदोलनों को प्रभावित किया।

Published

2000

How to Cite

डॉ. संतोष कुमार सैनी. (2025). गांधीवादी जन आंदोलनो के विविध आयाम : रणनीति, सफलता और सीमाएँ. Journal of the Oriental Institute, ISSN:0030-5324 UGC CARE Group 1, 72(3), 172–182. Retrieved from https://journaloi.com/index.php/JOI/article/view/783

Issue

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