फिल्मी गीतों में पंजाबी लोकधुनों का प्रभाव

Authors

  • डाॅ. मनदीप कौर

Abstract

 

चलचित्र जनसंचार का एक सशक्त माध्यम और भारतीय चलचित्र भारतीय संस्कृति का दर्पण है। ‘‘चलचित्र का शाब्दिक अर्थ उस चित्र से है जो किसी पर्दे पर चलता फिरताअथवा गतियुक्त दिखाया जाए। इसमें अभिनय के माध्यम से किसी भी कहानी को प्रस्तुत किया जाता है। हिन्दी सिनेमा ने बहुत कम समय में हमारे जीवन पर बहुत अधि क प्रभाव डाला है। परन्तु यह भी सत्य है कि जिस प्रकार सिनेमा ने हमारे लोकजीवन को प्रभावित किया है, उसी प्रकार हिन्दी सिनेमा भी भारत की विविध रंगों से भरी लोक संस्कृति के प्रभाव से अछूता नहीं रह पाया। कला संस्कृति का दर्पण है और संस्कृति किसी भी देश अथवा प्रांत के विशिष्ट जन समुदाय की रुचि आचार-विचार, कला-कौशल और बौद्धिक स्तर आदि का प्रतिबिम्ब होती हैं। लोक कलाओं में सरलता, सहजता, आडम्बरहीनता, स्वाभाविकता आदि होने के कारण एक अन्य ही प्रकार की गरिमा व पवित्रता समाई होती है। कलात्मक नियमों के बन्धन से परे हृदयगत भवनाओं की अभिव्यक्ति की दृष्टि से लोक कलाएं एक उत्कृष्ट माध्यम सिद्ध होती हैं

Published

2000

How to Cite

डाॅ. मनदीप कौर. (2024). फिल्मी गीतों में पंजाबी लोकधुनों का प्रभाव. Journal of the Oriental Institute, ISSN:0030-5324 UGC CARE Group 1, 73(1), 112–116. Retrieved from https://journaloi.com/index.php/JOI/article/view/166

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