[1]
शुभम ओझा, “भारतीय ज्ञान परंपरा में ईशावास्योपनिषद् की प्रासंगिकता: एक दार्शनिक पुनरीक्षण”, journaloi, vol. 73, no. 1, pp. 203–213, Dec. 2024.